भारत के सबसे प्रतिष्ठित एग्जाम्स में से एक UPSC Civil Services Examination 2025 के लिए इस बार परीक्षा पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है। UPSC ने हाल ही में एक आधिकारिक अधिसूचना जारी की है जिसमें विषय वितरण, अंकों की वेटेज और पेपर स्ट्रक्चर से जुड़ी कई नई बातें सामने आई हैं। यह बदलाव आगामी सिविल सेवा उम्मीदवारों के लिए तैयारी की दिशा बदल सकते हैं।
UPSC 2025 में क्या नया है?
कई सालों बाद UPSC ने अपनी परीक्षा प्रणाली में यह बड़ा अपडेट लाया है ताकि उम्मीदवारों में गहरी समझ, तकनीकी जागरूकता और विश्लेषणात्मक सोच को बढ़ावा दिया जा सके।
- CSAT (Paper 2) अब केवल क्वालिफाइंग नहीं रहेगा — अब इसके अंक कुल मेरिट में भी शामिल किए जाएंगे। यानी दोनों पेपर अब आपकी रैंक तय करने में बराबर योगदान देंगे।
- GS Paper–1 में “Technology & AI-awareness” नाम का नया सेक्शन जोड़ा गया है, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी, डिजिटल गवर्नेंस और टेक-ethics जैसे विषयों पर प्रश्न पूछे जा सकते हैं।
- Essay Paper में अब दो की जगह तीन टॉपिक चुनने होंगे, जिनमें से एक अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य वाला “Contemporary Global Issue” अनिवार्य रहेगा।
- Optional Subjects की वेटेज 400 से घटाकर 300 कर दी गई है, जिससे कोर जनरल स्टडीज़ और मानसिक योग्यता का महत्व बढ़ गया है।
- Prelims 2025 के लिए सिलेबस में भी “Environmental Technology” और “Climate Governance” जैसे सबटॉपिक्स जोड़े गए हैं।
क्यों किए गए यह बदलाव?
UPSC का कहना है कि ये बदलाव “भविष्य के प्रशासन की आवश्यकताओं” को ध्यान में रखकर किए गए हैं। आने वाले समय में प्रशासनिक सेवा में टेक्नोलॉजी, डेटा एनालिटिक्स और ग्लोबल पॉलिसी जैसी स्किल्स की डिमांड बढ़ेगी। इसलिए अब परीक्षा प्रणाली केवल तथ्यों पर नहीं, बल्कि सोचने और समाधान खोजने की क्षमता पर केंद्रित होगी।
अब छात्रों को कैसी तैयारी करनी चाहिए?
- AI और Digital Governance जैसे नए टॉपिक्स पर बेसिक समझ बनाएँ। इसके लिए आप NITI Aayog, World Economic Forum और United Nations की रिपोर्ट्स पढ़ सकते हैं।
- CSAT को नज़रअंदाज न करें। क्वालिफाइंग से मेरिट पर आने का मतलब है कि अब लॉजिकल रीजनिंग, रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन और डेटा एनालिसिस में महारत जरूरी है।
- Essay Writing Practice को बढ़ाएं। हर हफ्ते तीन अलग-अलग विषयों पर लिखें — समाज, टेक्नोलॉजी और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर।
- Current Affairs के साथ Analysis जोड़ें। सिर्फ न्यूज नहीं, उसके पीछे की नीतियों और प्रभाव को समझें।
- Mock Tests और PYQs (Previous Year Questions) से नया पैटर्न समझें। नए सेक्शन की दिशा का अंदाज़ पिछले सवालों से ही लगेगा।
टॉपर्स और विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
UPSC टॉपर 2023 ईशा सिंह (AIR 18) का कहना है —
“नया पैटर्न बताता है कि UPSC अब सिर्फ नॉलेज नहीं बल्कि Analytical Decision Making और Tech-Savviness की ओर बढ़ रहा है। आने वाले समय में जो उम्मीदवार AI और Global Policy को समझता होगा, वही रैंक लाएगा।”
Education Mentor डॉ. अंशु गुप्ता कहती हैं —
“जो छात्र अभी से अपने बेसिक्स और टेक्नोलॉजी के कॉन्सेप्ट पर ध्यान देंगे, उन्हें बड़े एडवांटेज मिलेंगे। इस पैटर्न में रटना नहीं, सोचने और लिखने की क्षमता सबसे बड़ा हथियार होगी।”
अध्ययन के लिए उपयोगी स्रोत
- NITI Aayog Annual Report – “AI for All” सेक्शन
- Press Information Bureau – Government Policy Updates
- UNESCO Education & Technology Papers
- Rajya Sabha TV और All India Radio’s “Spotlight” प्रोग्राम
निष्कर्ष
UPSC की यह नई परीक्षा संरचना सिर्फ किताबों की तैयारी को नहीं, बल्कि बहुआयामी सोच को परखने की दिशा में कदम है। यह परिवर्तन उन छात्रों के लिए अवसर है जो अपने अध्ययन को “रटने” से हटाकर “समझने” की ओर ले जाना चाहते हैं।
अब वक्त है अपनी स्ट्रेटेजी, स्टडी टाइमटेबल और विषय चयन को नए ढांचे में ढालने का।
शिक्षा सलाह (CTA Version)
"किसी भी सफलता से पहले, अपने विषय पर पकड़ और सोचने की दिशा को मजबूत करो — क्योंकि स्मार्ट तैयारी ही असली सफलता की गारंटी है।"
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